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स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 2022 Short speech on independence day in hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त पर शार्ट और सरल भाषा में भाषण प्रस्तुत कर रहे हैं जिसका प्रयोग आप प्रतियोगी परीक्षाओं या विद्यालय के वार्षिक उत्सव में कर सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर भाषण Short speech on independence day in hindi Speech-1  मां सरस्वती के चरणों में नमन प्रधानाचार्य जी महोदय शिक्षक गण महोदय गांव से पधारे हुए ग्राम वासियों मेरे साथ पढ़ने वाले छोटे बड़े भाइयों और बहनों सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। जैसा कि आप जानते हैं कि आज हम 75 वे स्वतंत्र दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं आज से ठीक 75 साल पहले हमारा देश ब्रिटिश सरकार से मुक्त हुआ था. 15 अगस्त 1947 को हमारा देश 200 साल की अधीनता के बाद एक स्वतंत्र देश बना हमारे देश की स्वतंत्रता के पीछे अनेक वीर सपूतों ने अपने बलिदान देकर देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी जिसमें महात्मा गांधी चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह गंगाधर तिलक राजेंद्र प्रसाद सुखदेव राजगुरु आदि अनेक वीरों ने अपनी आजादी के लिए देश के लिए बलिदान दे दिया।  उन वीरों को याद करने के इरादे से स्वतंत्रता दिवस...

मोर पर निबंध 2022 Essay on Peacock In Hindi

 

मोर पर निबंध (150 Words)

मोर दिखने में बहुत ही सुन्दर पक्षी है। सभी पक्षियों में सबसे बड़ा मोर पक्षी ही है। भारत का राष्ट्रिय पक्षी मोर है। मोर भारत के हर जगह में पाएं जाते हैं। मोर में लगभग सभी रंगों का समावेश होता हैं। मोर की पंखो का रंग हरा होता है और मोर की पंखों में चाँद जैसी कई आकृतियां बनी हुई है जिसमें कई रंग सुसज्जित हैं।

ये हमेशा ऊंचे स्थानों पर ही बैठना पसंद करते हैं। हमें मोर पीपल, नीम और बरगद के पेड़ों पर देखने के लिए आसानी से मिल जायेंगे। मोर के मुंह और गले का रंग बैंगनी होता है।

मोर के पंख मखमल के कपड़े जैसे कोमल और बहुत सुन्दर होते हैं। मोर की आंखों का आकार छोटा होता है। मोर के पैरों का रंग पूरा सफ़ेद तो नहीं होता है, लेकिन सफ़ेद में थोडा मैला सा होता है। मोर हमारा राष्ट्रिय पक्षी है, हमें इसकी सुरक्षा करनी चाहिए

 

मोर पर निबंध (1000 Word

प्रस्तावना

मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है, जो दिखने में बहुत ही सुंदर होता है और जब मोर नाचता है तो प्रकृति में और भी ज्यादा सुन्दरता फैला देता है। मोर में सभी रंग समाहित होते हैं।

मोर की सुन्दरता

हमारी प्रकृति में कई सारे पक्षी आये जाते हैं। सभी पक्षी अपनी सुन्दरता और अपनी बनावट के कारण सबको अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन्हीं पक्षियों में सबसे सुंदर पक्षी मोर है। इसकी सुन्दरता बाकि पक्षियों की तुलना से कई गुना अच्छी और लोगों को अपनी तरफ मोहित करने वाली है। इस कारण मोर को पक्षियों का राजा भी कहा जाता है।

जब असमान में काले बादल छा जाते हैं और बारिश का मौसम होता है वो मौसम मोर का बहुत ही पसन्द का मौसम होता है। इस मौसम में मोर अपने पंख फैलाकर नाचते हैं। जब मोर नाचते है तो वो अपने सभी पंख फैलते है और उन पंखों की आकृति आधे चाँद समान लगती है। मोर को प्राकृतिक आपदा का पहले ही आभास हो जाता है और आपदा से पहले वो जोर जोर से बोलने लगते हैं। मोर की आवाज 2 किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है। इनकी आवाज कर्करा भरी होती है।

ये शर्मीले पक्षी होते हैं और मोर आबादी क्षेत्र से दूर रहना ही पसंद करते हैं। ज्यादातर मोर जंगलों में ही पाए जाते हैं। कभी कभी मोर अपने भोजन को तलाशते हुए आबादी में आ जाते हैं। मोर पेड़ों की सबसे ऊंची डालियों पर बैठना पसंद करते हैं।

मोर भारत के हर राज्य में पाया जाता है। ये ज्यादातर हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उतरप्रदेश और मध्यप्रदेश में पाया जाता है। मोर भारत के अलावा और भी कई देशों में पाया जाता है। मोर ज्यादातर शुष्क क्षेत्रों में रहना पसंद करते हैं। मोर भारत का राष्ट्रिय पक्षी है। मोर को भारत का राष्ट्रिय पक्षी 26 जनवरी 1963 में घोषित किया गया था।

मर की संरचना  मोर ज्यादातर जंगलों में रहना पसंद करते हैं। मोर को ज्यादातर नीम, बरगद और पीपल पर आसानी से देखा जा सकता है। मोर के रंग में सभी रंगों का मिश्रण है। अर्थात् मोर में लगभग सभी रंग होते हैं। मोर की गर्दन बहुत ही छोटी है और इसका रंग नीला होता है। दूसरे शब्दों में कहे तो मोर का कंठ नीला होता है।

मोर का वजन दूसरे पक्षियों की तुलना में काफी ज्यादा होता है। मोर का वजन 5 से 10 किलो तक हो सकता है। मोर के पंख बहुत लम्बे और घने होते हैं। इनके पंख छोटी-छोटी पंखुड़ियों से मिलकर बने होते हैं। वजन ज्यादा होने के कारण ये ज्यादा उड़ नहीं पाते।

मोर के पंख में हरा, नीला, बैंगनी, पीला आदि रंग होते हैं। मोर की पंख में चाँद जैसी आकृतियां बनी होती हैं जो मोर को और भी सुन्दर बना देती हैं। मोर के पंख के अंतिम छोर पर एक चाँद जैसी आकृति होती हैं जिसमें सभी रंग मौजूद होते हैं। मोर के पंख मखमल के कपड़े जैसे मुलामय और सुंदर होते हैं।

Essay on Peacock in Hindi
Essay on Peacock in Hindi

इनकी की आंखे छोटी होती है। मोर के सिर पर छोटे-छोटे पंखों का ताज बना होता है, जिससे वो बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है। मोर का पैर बहुत ही पतले होते हैं। इनका रंग मटमैला होता है। मोर के पैर बहुत मजबूत होते हैं। मोर के पैरों पर एक कांटा उगा होता है जो उसकी शिकार में मदद करता है और लड़ाई में भी मोर का साथ देता है। मोर का शरीर जितना आकर्षक होता है। उसमें पैर ही ऐसे होते हैं जो ज्यादा आकर्षक नहीं होते।

मोर का भोजन

खाने के रूप में मोर सर्वाहारी है। मोर अपने खाने में फल और सब्जियों को खाता है। मोर इसके अलावा भी कीड़े-मकोड़े, छिपकली, चूहों और सांपों को खाता है। मादा मोर सांप का शिकार नहीं कर सकती है।

मोर खेतों में हानिकारक कीड़ो को खाता है। इस कारण इसे किसानों का सच्चा मित्र भी कहा जाता है। मोर की वजह से कई सारी फ़सलें हानिकारक कीड़ों से बच जाती है।

मोर का संरक्षण कानून

बाजार में मोर के पंखों की कीमत अधिक रहती है। मोर के पंख हर साल नये आते हैं। मोर के पंखो से हवा खाने के लिए पंखा, फूलों का गुलदस्ता और कई सारी जडी-बुटी भी बनाई जाती है। इस कारण मोर के पंखों की कीमत बाजार में ज्यादा है।

मोर के पंखों की कीमत ज्यादा होने के कारण लोग इसका शिकार करने लगे और इसके पंखों को बाजार में बेचने लगे। धीरे-धीरे मोरों की संख्या में कमी आने लगी। तब भारत सरकार ने वन्य अधिनियम 1972 के तहत मोर के शिकार (Peacock Matter) पर रोक लगा दी। रोक लगाने के बाद भी यदि कोई मोर का शिकार करता है तो उसको जुर्माने के साथ सजा दी जाती है। ये कानून मोरों की संख्या में वृद्धि करने के लिए बहुत ही जरूरी है। इस कानून के बाद भारत में मोरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

मादा मोर और नर मोर में अंतर

मोर दिखने में बहुत ही आकर्षक होता है लेकिन मोरनी मोर जितनी आकर्षित नहीं होती है। मोरनी का आकार मोर से छोटा होता है और ये मोर जितना शिकार भी नहीं कर पाती है। मोरनी के पंख मोर से थोड़े छोटे है। मोरनी के शरीर का निचला हिस्सा मैला सा होता है और पैरों का रंग मटमैला होता है।

मोर की प्रजाति

पूरे संसार में मोर की तीन प्रजातियाँ पाई जाती हैं। जिसमें भारत में पाई जाने वाली प्रजाति सबसे सुन्दर प्रजाति है। इस प्रजाति के मोर ज्यादातर भारत में ही पाए जाते हैं। मोर को विश्व का सबसे सुंदर पक्षी भी कहा जा सकता है। जैसी मोर की सुन्दरता होती है किसी और पक्षी की नहीं हो सकती है। मोर जितना सुंदर होता है उतना ही सुंदर नृत्य भी करता है।


मोर का प्रजनन

एक नर मोर दो से पांच मादा मोर के साथ सम्बन्ध बनाता है। इनमें से प्रत्येक मादा मोर 6 से 7 अंडे देती है। मादा मोर अपने अंडे जमीन में गड्डा करके जमीन के अन्दर देती है। मादा मोर साल में दो बार अंडे देती है। अण्डों से बच्चों को निकलने में 25 से 30 दिन का समय लगता है। इनमें से कुछ बच्चे ही बड़े हो पाते हैं। क्योंकि कुछ जब छोटे होते हैं तो जंगली जानवरों का शिकार बन जाते हैं।

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